तुम आना ( tum aana )

 फेहरिस्त (सूची) किस्सों की लंबी है मेरी

ज़रा वक़्त थाम के आना,

किस्सा हर एक उम्र के पड़ाव का है

बस तुम वक़्त बहुत सा लेकर आना ||


कुछ खट्टा तो कुछ मीठा सा है,वक्त बस गुजर रहा है

हर पल किस्सा दे रहा है,यहां बातों का समंदर है

 तुम जरा समुंदर किनारे वक्त निकाल कर आ जाना


कुछ पर्वतों की कहानियां है तो कुछ

 चांद तारों की जुगलबंदी हैं तुम सुनना

 हर किस्सा मेरा पर बस वक्त जरा थाम के ले आना ||


हकीकत से ज्यादा ख्वाब देखती है आंखें मेरी

जिंदगी का पता नहीं कब साथ छोड़ दे मेरा

 इसलिए हकीकत में कम ख्वाबों में जीती हूं

तुम बस ख्वाबों को समेटने आ जाना ||


लम्हों को तो कुछ बातों को छुपा कर किसी

तिजोरी में संभाल कर रख दिया है तुम बस

उस तिजोरी का चाबी ले आना ||


जब आओ तो थोड़ी जिम्मेदारियां छोड़ के

आना,अपना बड़प्पन वहीँ किसी कोने में

रख आना, मेरे पास आकर खुद को पाना

जो फ़ना किया हर बार उसको पा जाना 

बस जरा वक्त के साथ आना ||


Ruchirooh



Comments

Popular posts from this blog

मीठे के शौक़ीन पंडित और उम्र के साथ किस्तों में बिखरा मीठा (pandit or meetha )

प्रकृति की एक और खूबसूरत कहानी ( birds story )

दो गिलसियां वाली चाय ( old couple story )